हड़प्पा
सभ्यता के पांच विशालतम स्थलों में से एक धौलावीरा ( गुजरात ) भारत के सर्वाधिक महत्वपूर्ण हड़प्पाकालीन स्थलों में से है .यह कच्छ के रन में स्थित एक द्वीप खादीर में है . अन्य हड़प्पाई स्थल जहाँ दो बड़ों हिस्सों में विभाजित है ,वहीँ धौलावीरा में उच्च नगर और निम्न नगर के अतिरिक्त एक मध्य नगर की उपस्थिति के संकेत मिलते हैं .अभी हाल ही में धौलावीरा से पुरातत्वविदों को
एक 5000 वर्ष पुरानी बावली प्राप्त हुई है .
अनुमान लगाया गया है कि यह बावली
मोहनजोदाड़ो के वृहत स्नानागार से लगभग तीन गुनी बड़ी है . भारतीय पुरातत्व
सर्वेक्षण और आई आई टी ,गांधीनगर के विशेषज्ञों ने एक संयुक्त अभियान में इस बावली की
खोज की है . विशेषज्ञों का अनुमान है कि यहाँ भूमि के नीचे एक विशाल झील भी दबी
हुई है . उल्लेखनीय है कि गुजरात के पाटन से प्राप्त रानी की वापी पहले ही
यूनेस्को की सूची में शामिल है .
अनुमान लगाया गया है कि यह बावली मोहनजोदाड़ो के वृहत स्नानागार से लगभग तीन गुनी बड़ी है . भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और आई आई टी ,गांधीनगर के विशेषज्ञों ने एक संयुक्त अभियान में इस बावली की खोज की है . विशेषज्ञों का अनुमान है कि यहाँ भूमि के नीचे एक विशाल झील भी दबी हुई है . उल्लेखनीय है कि गुजरात के पाटन से प्राप्त रानी की वापी पहले ही यूनेस्को की सूची में शामिल है .
धौलावीरा से प्राप्त बावली |
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